कैलेंडर 2023 : होली

होली का त्यौहार हिन्दू धर्म का बहुत ही लोकप्रिय त्यौहार है, यह त्यौहार एक रंगो का त्यौहार हो और खुशियाँ बांटने व रिश्ते बनाने के लिए मनाया जाता है। होली के पर्व का केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से अपना ही एक महत्त्व है। होली का त्यौहार राजा हिरण्यकश्यप और विष्णु भक्त प्रह्लाद की कहानी की वजह से मनाया जाता है। चलिए इस पोस्ट में हम जानते हैं की होली कब हैं 2023 – Holi Kab Hai 2023.

होली डेट २०२३ – Holi Date 2023

विवरणजानकारी
वर्ष2023
व्रत/त्यौहारहोली
तारीख और दिन 8 मार्च 2023, बुधवार
तिथि/पक्षफाल्गुन मॉस की पूर्णिमा
भद्रा पूंछ 01:02:09 से 02:19:29 तक
भद्रा मुख02:19:29 से 04:28:23 बजे तक

होली कब हैं 2023 – Holi Kab Hai 2023

हिन्दू पंचांग के अनुसार होली का त्यौहार, फाल्गुन मॉस की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। साल 2023 में होली 8 मार्च, बुधवार के दिन मनाई जाएगी, इसे हम धुलैंडी और बड़ी होली भी कहते है। 2023 की होली के लिए होलिका दहन 7 मार्च को किया जायेगा, जिसे बहुत सी जगह पर छोटी होली भी बोला जाता है। चलिए अब जानते हैं की होली 2023 कब की हैं – Holi 2023 Kab Ki Hai.

Holi Kab Hai 2023– होलिका दहन वाले दिन, स्त्रियाँ होलिका की पूजा दिन में करती है और शाम को पुरुष लोग मिलकर होलिका दहन करते है। दहन के बाद गले मिलकर एक दूसरे को गुलाल लगाते है और मिठाई बाटते है। साल 2023 में होली 8 मार्च, बुधवार के दिन मनाई जाएगी, इसे हम धुलैंडी और बड़ी होली भी कहते है। 2023 की होली के लिए होलिका दहन 7 मार्च को किया जायेगा, जिसे बहुत सी जगह पर छोटी होली भी बोला जाता है।

होली शुभ मुहूर्त 2023 – Holi Pujan Muhurat Time 2023

होलिका दहन वाले दिन, स्त्रियाँ होलिका की पूजा दिन में करती है और शाम को पुरुष लोग मिलकर होलिका दहन करते है। दहन के बाद गले मिलकर एक दूसरे को गुलाल लगाते है और मिठाई बाटते है। साल 2023 में होलिका दहन का मुहूर्त समय कुछ इस प्रकार है –


होलिका दहन मुहूर्त – 6 बजकर 24 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट तक

कुल अवधि – लगभग 2 घंटे 26 मिनट तक

भद्रा पूंछ – 01:02:09 से 02:19:29 तक

भद्रा मुख – 02:19:29 से 04:28:23 बजे तक

होलिका दहन की पौराणिक कथा – Holika Dahan Ki Kahani in Hindi

हिरण्यकश्यप नाम का एक शैतान राजा था। उनका एक बेटा जिसका नाम प्रहलाद था और राजा की एक बहन थी, जिसका नाम होलिका था। ऐसा माना जाता है कि शैतान राजा के पास भगवान ब्रह्मा का आशीर्वाद था। जिस आशीर्वाद के हिसाब से कोई कोई भी आदमी, जानवर या हथियार उसे नहीं मार सकता था। उसने अपने राज्य को भगवान के बजाय उसकी पूजा करने का आदेश दिया।इसके बाद, सभी लोग हिरण्यकश्यप की पूजा करने लगे, लेकिन प्रहलाद ने अपने पिता की पूजा करने से इनकार कर दिया क्योंकि प्रह्लाद भगवान विष्णु के सच्चे भक्त थे। शैतान राजा हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र की अवज्ञा को देखकर अपनी बहन के साथ प्रहलाद को मारने की पेशकश की। उन्होंने होलिका की गोद में अपने पुत्र प्रहलाद को आग में बैठाया, जहां होलिका जल गई और भगवान विष्णु के आशीर्वाद से प्रह्लाद सुरक्षित निकल आए। तब से लोगों ने विश्वास पर अच्छाई की जीत के रूप में होलीका के नाम पर होली के त्यौहार को मनाना शुरू कर दिया।

होली अन्य सवाल जवाब

  1. होली 2023 कब की हैं?

    Holi Kab Hai 2023- हिन्दू पंचांग के अनुसार होली का त्यौहार, फाल्गुन मॉस की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। साल 2023 में होली 8 मार्च, बुधवार के दिन मनाई जाएगी, इसे हम धुलैंडी और बड़ी होली भी कहते है। 2023 की होली के लिए होलिका दहन 7 मार्च को किया जायेगा, जिसे बहुत सी जगह पर छोटी होली भी बोला जाता है।

  2. 2023 में होली कब की है?

    2023 Mein Holi Kab Hai- साल 2023 में होली 8 मार्च, बुधवार के दिन मनाई जाएगी, इसे हम धुलैंडी और बड़ी होली भी कहते है। 2023 की होली के लिए होलिका दहन 7 मार्च को किया जायेगा, जिसे बहुत सी जगह पर छोटी होली भी बोला जाता है।

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