भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद – कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्य रात्रि में अत्याचारी कंस के वध हेतु हुआ था। कंस श्रीकृष्ण के मामा थे। श्रीकृष्ण को भगवान श्री हरी विष्णु का 8 वां रूप कहा जाता है। चलिए इस पोस्ट में हम जानते हैं की 2023 में जन्माष्टमी कब है – 2023 Mein Janmashtami Kab Hai
जन्माष्टमी डेट २०२३ – Janmashtami Date 2023
विवरण | जानकारी |
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वर्ष | 2023 |
व्रत/त्यौहार | जन्माष्टमी |
तारीख और दिन | 06 सितम्बर 2023, बुधवार |
तिथि/पक्ष | भाद्रपद माह की कृष्णा पक्ष |
निशिथ पूजा मुहूर्त | रात्रि 12:14 बजे से 01:00 बजे तक |
पारणा मुहूर्त (धर्म शास्त्र के अनुसार) | 7 सितम्बर 2023 को शाम 4:14 बजे के बाद |
2023 में जन्माष्टमी कब है – 2023 Mein Janmashtami Kab Hai
हम इस त्यौहार को जन्माष्टमी या कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से भी बुलाते है। जैसा की आपको नाम से ही अंदाज़ा लग रहा होगा कृष्ण जन्माष्टमी यानि कृष्ण + जन्म + आष्ट्मी = कृष्ण जन्माष्टमी। यह श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लगभग, हिन्दू धर्म के सभी लोग व्रत रखते है। यह व्रत मध्य रात्रि में जाकर चन्द्रमा के आगमन होने पर खुलता है। क्योकि श्री कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में चन्द्रमा की रोशनी में ही हुआ था। ये दिन बहुत ही धूम-धाम से खुशियों के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है। चलिए अब जानते हैं की 2023 में जन्माष्टमी कब की है – 2023 Mein Janmashtami Kab Ki Hai
2023 Mein Janmashtami Kab Hai– हर साल जन्माष्टमी का त्यौहार भाद्रपद माह की कृष्णा पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। साल 2023 में जन्माष्टमी 06, सितम्बर 2023 की है, जिस दिन बुधवार है। यह व्रत मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण की पूजा करने के बाद ही उनके जन्म के समय खोला जाता है।
2023 जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त – 2023 Janmashtami Pujan Muhurat Time
जन्माष्टमी 2023 का शुभ मुहूर्त व्रत को खोलने के लिए और भगवान श्री कृष्णा की पूजा के लिए अति महत्वपूर्ण है, जो कुछ इस प्रकार है –
निशिथ पूजा मुहूर्त – रात्रि 12:14 बजे से 01:00 बजे तक रहेगा और इसकी अवधि लगभग 46 मिनट रहेगी।
पारणा मुहूर्त (धर्म शास्त्र के अनुसार)- 7 सितम्बर को शाम 4 बजकर 14 मिनट के बाद
जन्माष्टमी के दिन क्या होता है – Janmashtami Ke Din Kya Hota Hai
- आज के दिन सभी मंदिरो में श्रंगार किया जाता है।
- बहुत से लोग इस दिन व्रत रखते है वह मध्य रात्रि में जाकर ही व्रत खोला जाता है।
- छोटे बच्चो को बालगोपाल के रूप में सजाया जाता है।
- बालगोपाल को झूले में बैठा कर उनको झुलाया जाता है और पूजा अर्चना की जाती है।
कृष्ण जन्माष्टमी अन्य सवाल जवाब
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2023 में जन्माष्टमी कब की है?
2023 Mein Janmashtami Kab Ki Hai- हर साल जन्माष्टमी का त्यौहार भाद्रपद माह की कृष्णा पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। साल 2023 में जन्माष्टमी 06, सितम्बर 2023 की है, जिस दिन बुधवार है। यह व्रत मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण की पूजा करने के बाद ही उनके जन्म के समय खोला जाता है।
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