कैलेंडर 2022 : देवउठनी एकादशी
एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते है एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है, लेकिन यह द्वादशी तिथि के समाप्त होने से पहले पूर्ण हो जाना चाहिए।
एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते है एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है, लेकिन यह द्वादशी तिथि के समाप्त होने से पहले पूर्ण हो जाना चाहिए।
बहुत सी महिलाएं इस दिन जल ग्रहण नहीं करती और आकाश में तारों को देखने के बाद ही जल ग्रहण किया जाता है।
धनतेरस के नाम के हिसाब से, धन का मतलब समृद्धि और तेरस का मतलब तेहरवां दिन होता है।
हिन्दू धर्म शास्त्रों के मुताबिक, करवा चौथ हर वर्ष कार्तिक मास की कृष्णा पक्ष की चतुर्थी के दिन किया जाता है।
गणेश विसर्जन वाले दिन जुलुस के साथ गणेश विसर्जन किया जाता है और पुरे नाच गाने के साथ गणपति को विदा किया जाता है
इस बार नवरात्री की शुरुआत अक्टूबर में नहीं बल्कि सितम्बर में ही हो जाएगी। शरद ऋतू में आने के कारण इन्हे शारदीय नवरात्रे कहा जाता है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है, अक्सर यह दिन अगस्त या सितम्बर के महीने में आता है।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अगर देखें तो यह साफ़ पता चलता है की बकरा ईद की तारीख हर साल 10 से 12 दिन पीछे खिसकती है।
रक्षा बंधन का त्यौहार पूरे भारत में एक ही दिन मनाया जाता है बस लोक-परम्पराओ के कारण कुछ जगह इसको अन्य नाम से भी जाना जाता है।
जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त व्रत को खोलने के लिए और भगवान श्री कृष्णा की पूजा के लिए अति महत्वपूर्ण है