कैलेंडर 2023 : बकरा ईद
इंटरनेट पर लोग बकरा ईद को Eid-ul-azha, Eid Quarbani, Eid ul Zuha और Eid-ul-Adha आदि नामों से भी जानते है।
भारत के त्यौहार
इंटरनेट पर लोग बकरा ईद को Eid-ul-azha, Eid Quarbani, Eid ul Zuha और Eid-ul-Adha आदि नामों से भी जानते है।
कार्तिक मास के कृष्णा पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है और इसे ही करवा चौथ कहा जाता है।
सावन हिन्दू कैलेंडर के अनुसार पाँचवा महीना होता है, इस महीने में आने वाली शिवरात्रि का हर भोले के भक्त को इंतज़ार होता है, जिसमे पूजा करने का विशेष फल मिलता है।
अगर किसी शुभ काम के लिए मुहूर्त नहीं निकलता है तो वह शुभ काम अबूझ मुहूर्त में अक्षय तृतीया के दिन किया जा सकता है।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद – कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्य रात्रि में अत्याचारी कंस के वध हेतु हुआ था। कंस श्रीकृष्ण के मामा थे। श्रीकृष्ण को भगवान श्री हरी विष्णु का 8 वां रूप कहा जाता है।
होलिका दहन वाले दिन, स्त्रियाँ होलिका की पूजा दिन में करती है और शाम को पुरुष लोग मिलकर होलिका दहन करते है। दहन के बाद गले मिलकर एक दूसरे को गुलाल लगाते है और मिठाई बाटते है।
होली पर्व का वर्णन अनेक पुरातन धार्मिक पुस्तकों में मिलता है, यह त्यौहार आपसे में खुशियों को बाटने के लिए प्रसिद्ध है।
राम नवमी भगवान श्री राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है और ये हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास की नवमी तिथि को मनाया जाता है।
शास्त्रीय विधान के अनुसार, रक्षा बंधन का पवित्र पत्र पर्व भद्रा रहित काल में ही मनाना चाहिए। रक्षा बंधन का त्यौहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन होता है।
चैत्र के महीने में आने के कारण इन नवरात्रियों को चैत्र नवरात्री कहा जाता है, हर साल ये नवरात्री चैत्र के महीने यानि मार्च से अप्रैल के बीच में आती है।